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🍃मैं खुश हूँ कि कोई मेरी...
बात तो करता है....
बुरा कहता है तो क्या हुआ...
वो याद तो करता है ....
कौन कहता हैं की नेचर और सिग्नेचर कभी बदलता नही
बस एक चोट की ज़रूरत हैं
अगर ऊँगली पे लगी तो सिग्नेचर बदल जाता है,
और दिल पे लगी तो नेचर बदल जाता है।
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*लोग जल जाते हैं मेरी मुस्कान पर क्योंकि*
*मैंने कभी दर्द की नुमाइश नहीं की*
*जिंदगी से जो मिला कबूल किया*
*किसी चीज की फरमाइश नहीं की*
*मुश्किल है समझ पाना मुझे क्योंकि*
*जीने के अलग है अंदाज मेरे*
*जब जहां जो मिला अपना लिया*
*ना मिला उसकी ख्वाहिश नहीं की!!*
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