Sunday, November 12, 2017

महासती महारानी पद्मिनी

सबसूँ पहली निवण करूँ,तीर्थराज चितौड़ !
चारूँ धाम ज्यूँ पवित्र,धिन धिन है आ ठौड़ !!

संत-सति अर सूरमा,जल्मया लाख-करोड़ !
सबही दुर्ग में बाँको है,जय जय गढ़ चितौड़ !!

हिन्दुस्तान रौ गौरव है ओ,चित्रकूट चितौड़ !
तिलक करूँ इण माटी सूँ,चंदन री आ ठौड़ !!

सौलह हज़ार पद्मणीयाँ,सत् री चुन्दड़ औढ़ !
जौहर करनें गयी स्वर्ग में,है वो हिज चितौड़!!

गौरा-बादल रे बलिदान रौ,नीं है कोई तौड़ !
बप्पारावल री कर्मभोम,बाँको है ओ चितौड़!!

कुम्भा राखी कीर्त इणरी,नव-खंड नें जौड़ !
साँगा वाली सूरवीरता,भूले नीं ओ चितौड़ !!

साँवरिया नें मौयो मीराँ,सागे इण हिज ठौड़!
दुजो जौहर करुणावति रो,रंग थनें चितौड़ !!

जैम्मल-पता गरजीया,राणा उदे री ठौड़ !
कल्लाजी रौ न्यारो जस,गावे ओ चितौड़ !!

आज़ादी री अलख जगायी,छौड़नें आ ठौड़ !
प्रताप रौ जस गौरव है,जूग़ जूग़ सूँ चितौड़ !

ख़िलजी नें अकबरिया रे,राख नी आयी हाथ!
मिनख मराया आपरा,नम्यो न मेवाड़ी नाथ !!

हिंदुस्थान रौ मान है ओ,गढ़ में गढ़ चितौड़ !
गौरवशाली इतिहास है,क्षत्रियों रो सिरमौड़ !!

पग पग माथे वीर हुया,सतियाँ हुयी अनेक !
इण माथे तो आज तक,फ़िल्म बणी न ऐक !!

लीला थूँ ग़ज़ब जायो,संजय जैड़ो ओ पूत !
फ़िल्म बनायी पद्मणी पर,सौ टका ही झूट !!

साँच बतादे तूँ लीलकी,कूण है इणरो बाप !
सौगन थनें उण बिंद री,नाँव न ज़ाणे तूँ आप!!

बोली लीला सूँण 'शक्ति' कहूँ बात मैं आज !
पातरियाँ रे बिंद नी होवे,रेवण दे तूँ ओ राज!!

याद राखजे संज्या थूँ ,केवूँ थनें मैं आज !
नाँव थारे पर थूकसी,आ जा तूँ अब बाज़ !!

इण फ़िल्म सूँ जो आवसी,खोटो है वो धन !
सति पद्मण रौ श्राप है,कीड़ा पड़सी तन !!

कीड़ा पड़सी तन में,मिलसी नरक में ठौड़ !
थारी पिढ़याँ भुगतसी,होसी सबरे कौड़ !!

आ वीरां रो गौरव गायो,शक्तिसिंह राठौड़ !
शेयर आप सबनें करो,अरज़ करूँ कर जौड़!!
     ✍
डॉ.शक्तिसिंह चाँदावत
लेखक,इतिहासकार,कवि व पर्यटक गाइड
जोधपुर(राज़.)

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